SEARCH YOUR QUERY

Monday, July 17, 2023

रेलपथ पर्येवेक्षक , मेट तथा चाबीदार के लिए अनुमत तथा निषिद्ध कार्य


रेल पथ पर्यवेक्षक, मेट तथा चाबीदार के लिए अनुमत तथा निषिद्ध कार्य


अनुमत कार्य:-

(1) LWR / CWR का औजार रोज चेक करें तथा साथ ले जाएं। प्रत्येक गैंगमेट, रेलपथ पर्यवेक्षक के पास जॉगल्ड फिश प्लेटो के दो जोड़े 2 क्लैंप, एक रेल थर्मामीटर, एक मीटर लम्बी विशेष फिशप्लेटे, रेल क्लोजर टुकडे, एक सीधी किनारी (एज) तथा एक फिलर-गेज अवश्य होनी चाहिए। थर्मामीटर को रेलपथ निरिक्षक के कार्यालय में रखे मानक थर्मामीटर के साथ नियमित रुप से चेक किया जाए।

(2) अपने सेक्शन /पैनल का td मालूम करे।

(3) गिट्टी सेक्शन को पूर्ण सघन दशा में विशेष रुप से क्रिबो तथा शोल्डरो पर बनाये रखे। गिट्टी की कमी की सूचना रेल पथ निरीक्षक को दी जाए।

(4) पैदल तथा मवेशी क्रासिंग पर कडी नजर रखें जहाँ गिट्टी हमेशा अस्त-व्यस्त होती रहती है वहाँ गिट्टी की कमी को शीघ्रता से पूरा करें।

(5) अपने एसईजे में प्रत्येक पखवाडे में एक बार तेल डाल दें तथा ग्रीस लगायें।

(6) अत्यधिक ताप मानो पर एसईजे की खाली जगहों को चेक करे।

(7) कर्मचारियों को बकलिंग, रेल-टूटन आदि को पता लगाने तथा ऐसे मामलो में गाड़ियों की सुरक्षा के बारे मैं प्रशिक्षित करें।

(8) औजारों को सदैव चालू हालत में रखे तथा एमबीसी (पीएससी) स्लीपर जहाँ सेक्शन में स्‍लीपर का घनत्व 1540 या उससे अधिक हो td+25* सेल्सियस से अधिक तापमान, एमबीसी (पीएससी) स्लीपर जहाँ सेक्शन मैं सलीपर का घनत्व 1540 स्लीपर से कम हो और अन्य प्रकार के स्लीपर पर td + 20* सेल्सियस से अधिक तापमान, जो थर्मामीटर में चिन्हित होता है, हो जाने पर रेलपथ की गश्त लगाना शुरु करें।

(9) निर्धारित अवधियो के लिये तालिका के अनुसार गश्त लगाना शुरु करे।

(10) गर्मियों मैं गंभीर संरेखण खराबियों के लिए कडी नजर रखे। गाडियों को बचाये और अपने वरिष्ठ कर्मचारियों को सूचित करे।

(11) जहाँ पर एंकर लगे हो उन्हे सदैव स्लीपर से सटाकर रखा जाये।

(12) एक समय मैं केवल एक स्लीपर की फिटींग्स को ही नया करे।

(13) यह सुनिश्चित करें की हमेशा सभी फिटींग्स कसी हुई तथा सही स्थान पर लगी है।

(14) गर्मियों मैं रेलपथ बिना ऊपर उठाये अथवा खोले ढीले स्लीपरो को पैक करे।

(15) ऐठन को दूर करते समय फिटींगो को समा योजित करने के लिए एक बार में केवल एक या दो स्लीपरों पर ही कार्य करे।

(16) जब तापमान td + 10* सेल्सियस से नीचे हो तभी तक जरूरी अनुरक्षण को सिमीत रखे।

(17) सुदृढ़ीकरण अवधि के दौरान तापमान td +20* सेल्सियस से अधिक हो जाने पर गति सीमा लागू करें।

(18) एसईजे, श्वसन लंबाईयो, वक्रो, सम पार फाटकों के पहुँच मार्गों, गिट्टी रहित पुलों, क्षितिज तथा उर्ध्वाधर वक्रो पर विशेष ध्यान दें।


(19) थर्मामीटर को उस पर उचित तापमान सीमाओं की मार्किंग सहित चालू हालत में रखा जाये। विभिन्‍न कार्यों के लिये थर्मामीटर पर मार्क किये गये अनुसार तापमान प्रतिबंधों की सीमायें याद रखे।


(20) यह चेक करे की एसईजे के संदर्भ खंबा तथा एलडब्लूआर / सीडब्लूआर के मध्य भाग के संदर्भ खंबे सही ढंग से अनु रक्षित हैं।


(2]) सीएसटी-9 मार्ग पर गिट्टी की क्रिब और शोल्डर की पैकिंग पर विशेष ध्यान दे।


(22) छ: मदों को याद रखे।
(1) गायब और ढीले बंधक (2) गिट्टी की कमी (3)
 गलत संरेखण (4)सरकाना (5) ऊपर उठाना (6) अनुचित पैकिंग, जिनके बारे में आप बकलिंग से बचने के लिये बहुत सावधान रहे।


(23) रेल पथ मैं जब कही बकलिंग अथवा टूटन हो तो ऐसे मैं जो कुछ करना हो वह याद रखे।


(24) यह सुनिश्चित करें की सभी पुलों और उसके पहुँच मार्गों में सभी फिटींगें लगी हो और उन्हें नियमित रुप से कसा जाता है।


रैलपथ पर्यवेक्षक, मेट तथा की मैन के लिये एलडब्लूआर के निषिद्ध कार्य :-


(1) रेल पथ निरीक्षक के विशेष रुप से अनुदेशित किये बगैर रेल पथ को अनावश्यक रुप से ना छेडें।

(2) गर्मी के महीनों के प्रारंभ के बाद थू पैकिंग न करें ।

(3) एक बार तथा एक ही समय में शोल्डर और क्रिब की गिट्टी को ना फैलाएं।

(4) बंधकों को बदलने तथा क्रो बार से रेल पथ को सरकाने के लिये स्लीपरों को पैक करते समय रेल पथ को उपर उठाने की कोशिश न करें।

(5) एक पट्टी में 30 स्लीपरों से अधिक के लिए रेल पथ को न खोले। खोली गयी लंबाईयो के दोनों ओर कम से कम 30 स्लीपर पूरी तरह से बॉक्स किये हुये रखें।

(6) 20 हज़ार टन का यातायात गुजरने तक अथवा दो दिनों बाद जो भी बाद हो तब तक निकट की लंबाई को न खोले।

(7) एक बार में 30 स्लीपर में एक से अधिक स्लीपर को न बदले।

(8) एक बार मैं 15 स्लीपर में एक स्लीपर से अधिक पर बंधकों को लगाते समय यदि ऊपर उठाने की आवश्यकता न हो तो नया न करें।

(9) एक बार मैं 30 स्लीपरों में एक स्लीपर से अधिक पर बंधकों को यदि उनको लगाते ऊपर उठाने की आवश्यकता हो तो नया न करें।

(10) रेल पथ में ढीली, गायब अथवा अप्रभावी बंधकों को न रहने दे।

(11) प्रत्येक पखवाडे मैं एलडब्लूआर /सीडब्लूआर की श्वसन लंबाईयो को चेक करना और ठीक करना न भूले।

(12) रेल पथ को 50 मिली मीटर से अधिक ऊपर न उठाये भले ही तापमान td के अंदर हो।

No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.

Disclaimer: The Information/News/Video provided in this Platform has been collected from different sources. We Believe that “Knowledge Is Power” and our aim is to create general awareness among people and make them powerful through easily accessible Information. NOTE: We do not take any responsibility of authenticity of Information/News/Videos.