समय पर आधारित अनुरक्षण में, जहाँ ध्यान देने की जरूरत नही वहां भी निम्नलिखित कारणों से संसाधन लगाए जाते है -
1) तेज डाटा प्रोसेसिंग नही होना
2) निरीक्षण परिणामो का मानवीय विश्लेषण करना कष्टदायी काम है
3) निर्णय में सहायक प्रणाली का नही होना
उपरोक्त कठिनाइयों से उबारने हेतु केन्द्रीयकृत कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के रूप में टीएमएस पध्दति का विकास हुआ जिससे निर्णय लेने हेतु उपयुक्त जानकारी जैसे कि ट्रैक कम्पोनेंट डाटा, निरिक्षण डाटा , वर्क रिपोर्ट डाटा उपलब्ध होती है रेलपथ प्रबंधन पद्धति से रेलवे में जरूरत के आधार पर अनुरक्षण इस संकल्पना को प्रस्तुत किया गया है
टीएमएस का डिज़ाइन :-
टीएमएस पध्दति में 21 माड्यूल है टीएमएस जिसमे एमआईएस और डिसीजन सपोर्ट सिस्टम हो ऐसी पध्दति का विकास हुआ है
इनपुट (माड्यूल्स)
1) ट्रैक स्ट्रक्चर डाटा (रेल, स्लीपर, फीटिंग , फ़ास्टनिंग , गिट्टी , फार्मेशन )
2) ट्रैक फीचर डाटा (पाइंट्स ओर क्रासिंग, समपार फाटक, पुल , एसईजे)
3) निरीक्षण डाटा (टीआरसी, ओएमएस , मानवीय निरीक्षण परिणाम )
4) इनवेटरी डाटा (अनुरक्षण एवं विशेष कार्य )
5) वर्क रिपोर्ट डाटा (अनुरक्षण एवं विशेष कार्य)
6) असामान्य घटनाए (रेल फ्रेक्चर , बकलिंग , अन्य दोष , दुर्घटना )
7) लेबर ओर मशीन इनपुट (मशीन के प्रकार , कार्य का स्वभाव तथा लेबर की संख्या )
8) रजिस्टर , बारिश और तापमान का रिकार्ड
आउटपुट (माड्यूल्स )
1) मशीन डिप्लॉयमेंट चार्ट (पीक , ट्रैक क्वालिटी , गेज )
2) गेंग के लिए जॉब कार्ड
3) टीआरसी और ओएमएस पर सूचना प्रबंधन पध्दति (एमआईएस)
4) इंवेटरी पोजीशन संख्यात्मक जानकारी
5)स्टेटस रिपोर्ट
दोषों की सूची और जॉब कार्ड की छपाई , टीएमएस के महत्वपूर्ण कार्य है जॉब कार्ड में दोषों के स्वभाव और उनका स्थान दिया जाता है
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