मेट के कर्तव्य
1. उसे नियमो और सिग्नलों का ज्ञान होना चाहिए।
2. लाइनों की सुरक्षा।
3. कार्य स्थल पर उपस्कर।
4. मस्टर और गेंग चार्ट/ डायरी पुस्तिकाएँ।
5. रेलगाड़ी गुजरने के दौरान स्लीपर पैकिंग का प्रेक्षण।
6. दृश्यता में बाधा पड़ने पर सावधानियां।
7. सेक्शन की स्वच्छता।
9. लाईन के असुरक्षित या दुर्घटनाग्रस्त होने पर की जाने वाली कार्यवाही।
10. असाधारण वर्षा के समय गस्त लगाना।
11. रेलगाड़ियों की संरक्षा को प्रभावित करने वाले कार्य को प्रारम्भ करना।
12. मेट द्वारा गेंग के इलाके का साप्ताहिक निरीक्षण।
13. अनधिकृत प्रवेश और रेल पथ बंधनो के चारि की रोकथाम।
14. आपातकाल के दौरान राहत प्रबंध।
15. डाक - तार कर्मचारियों की सहायता।
16. रेलगाड़ियों की सुरक्षा में सहायता।
17. कुहासा सिग्नल लगाने में सहायता।
18.एल. डब्लू आर ट्रैक में मेट की जिम्मेदारियां ।
रेलपथ पर्यवेक्षक की साधारण जिम्मेदारी
मेट द्वारा किये गए अनुरक्षण को उच्चतर पर जाँच करने के लिए रेलपथ पर्यवेक्षक को जिम्मेदारी दी जाती है वह निम्न विशिष्ट कार्य पर अपना ध्यान रखेगा तथा रेलपथ निरीक्षक द्वारा बताये गए रेलपथ अनुरक्षण के कार्य में सहायता प्रदान करेगा -
1. ख़राब स्थान का अनुरक्षण।
2. निर्देशित रेलपथ रख रखाव।
3. एल. डब्लू आर ट्रैक का अनुरक्षण यदि सक्षमता प्रमाण पत्र हो तो
4. स्लीपर का आइसोलेटेड नवीनीकरण।
5. रेल जोड़ो में लुब्रिकेशन।
6. सामान को लारी से पहुंचना यदि सक्षमता प्रमाण पत्र दिया गया हो वे स्वयं अपने कार्य की संरक्षा सुनिश्चित करने के जिम्मेदार होंगे।
नियम तथा संकेत का ज्ञान
सभी रेलपथ पर्यवेक्षक हाथ तथा पटाखा सिग्नल का ज्ञान रखेंगे तथा निम्न नियम का पालन करेंगे -
1. रेलपथ को बाधित करने वाले कार्य के समय आपातकालीन बचाव।
2. पटाखों को लगाना तथा संरक्षा दूरी का 45 मी. से अधिक का ज्ञान।
3. गाड़ी के विभाजित होने पर किया जाने वाले कार्य कलाप।
4. संरक्षा प्रथम नियम।
5. यदि तोड़फोड़ चोरी की संभावना हो तो की जानेवाली आवश्यक कार्यवाही करे।
6. आपातकालीन गश्त।
7. ट्राली वर्किंग का नियम तथा लारी चालाना यदि प्रमाण पत्र दिया गया हो।
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