रेलपथ निरीक्षक (सेक्शल) के कर्तव्य –
(1) सामान्य जिम्मेदारी
(2)नियम तथा कानूनो का ज्ञान
(3) कार्य , पुल तथा अन्यविभाग के कर्मचारी के सहायता करना
(4) रेलपथ का समय समय पर निरीक्षण
(5) ट्रैक का वार्षिक अनुरक्षण
(6) गश्त का निरीक्षण करना
(7)आपात काल मआवश्यक कायर्वाहकरना।
(8) एल. डब्ल. आर / सी. डब्ल. आर. रेलपथ का रखरखाव
(9) कमर्चार को वेतन लवाना
सामान्य जिम्मेदार :-
स्थायी रेलपथ निरीक्षक की जिम्मेदारीयाँ निम्नलिखित है–
- यातायात के सुरक्षित तथा संतोषजनकआवागमनहेतु रेलपथ की मरम्मत तथा निरीक्षण करना।
- रेलपथ मरम्मत काय का कु लतापू वर्क संपादन जिसमें रेलपथ नवीनकरण कार्य भी शामिल हो।
- स्टोर तथा टूल का समय - समय पर निरीक्षण करना।
- प्रशासन द्वारा निर्दिष्ट स्टेशन तथा बना महत्व का स्टेशन के बीच कि लैंड बाउंड्री की मरम्मत ।
(1) नियम तथा कानूनों का ज्ञान -
- सभी रेलपथन निरीक्षक नीचे लखे कोड तथा मैनुअल अद्य शुध्द पत्रक के साथ अपने पास रखेगा -
- भारतीय रेल स्थायी रलपथ मैनुअल , एल. डब्ल. आर मैनुअल , ब्रज मनु तथा कायर् मैनुअल , रेलपथ मशीन , यु. एस. एफ. डी. , एस. के. वी. फलैशबट वेल्डींग मनुअ इत्यादि .
- भारतीय रेल सामान्य तथा स्थानीय न.
- भारतीय रेल ट्रैक मैनुअल
- अभियांत्रिकी विभाग के लिए भारतीय रेल कोड
- आयाम अनुसूची
- उच्च अधिकारी द्वारा जारी नियम निर्देश .
(2) कार्य , पु
ल तथा अन्य विभाग के कर्मचारियों के साथ समन्वय के साथ कार्य करना
(3) सामान की देखरेख करना।
(4) उच्च अधकारय के निरीक्षण में सहायता करना
(5) रेलपथ के रनिंग गुण का परिक्षण करना।
(6) रेलपथ को निर्दिष्ट अवध में परीक्षण करना।
(7) रेलपथ की सुरक्षा
रेलपथ निरीक्षक रेलपथ की सुरक्षा के लिये प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार होता है वह प्रत्यक्ष रूप से रेलपथ की वे खराबियों का अव लोकन करेगा और उन्हे दूर करेगा । रेलपथ की वे खराबियां जो उसकी सीमाओं से बाहर है उसे तुरन्त . म. ई. को बतायेगा तथा
वह उनका विवरण मासीक रिपोर्ट ( शुध्दि पत्र 99) के तहत देगा।
(8) पेट्रोलिंग को चेक करना
(9) रेलपथ को प्रभावित करने वाले कार्य
(10)आपात स्थिति में उचित कार्य करना
(11) एल. डब्ल. आर / सी. डब्ल. आर. रेलपथ का निरीक्षण और अनुरक्षण ।
(12) गिट्टी के चट्टे माप
(13) स्टेशन यार्ड
(14) स्टाफ के वेतन को विट्नेस करना
(15) संस्थापना से संबंधित अन्य विषय
(16) पत्राचार और रिकॉर्ड
(17) चार्ज का लेन –देन
रेलपथ कि स्थिति का अध-वार्षिक विवरण भेजना :- (शुध्दि पत्र . 99)
रेलपथ निरीक्षक निर्दिष्ट प्रोफामो में अर्ध्द वार्षिक रिपोर्ट म. ई. के सहायता से मंडल इंजि . को भेजेगा जिसमे निम्नलिखित विवरण होगा :-
रेलपथ (रेल, स्लीपर, फिटिंग और फासनिग, गिट्टी , फॉमेंशन और ड्रेनज , पाईट और क्रासिंग जिन्हें अटेंड करने की आवश्यकता है उनका विवरण) , पुल और उनके एप्रो(उन पुल का विवरण जिनमें क्रीप समस्या है) स्लपर और फिटिंग्स की स्थिति , समपार (समपार फाटक में रोड समतल का विवरण तथा पहुंच मार्ग के ढ़लान में सुधार की आवश्यकता हो तथा ओवर हॉलंग क आवश्यकता ) फसंग तथा सीफाबोडर, इम्प्रेटकेश पूर्ण है या नही , सप्लाई हो रह है या नही, मैन पावर पयार्प्त है या नही विशेष फीचर जैसे इन्फ्रास्ट(ट्रैफिक की ब्लॉक उपलब्धता , सामग्री गाडी , बी. टी . का संचालन) , अनुरक्षण एवं नवीनीकरण कायार् केलए मशीने (उनके कार्य और शिड्यूल के दोष और कठीनाईयाँ यदि हो तो) खतरे वाले स्थान , दुघर्टना राहत गाडीयों में इंजीनयरिंग दुघर्टना राहत गाडीयो में इंजीनयरिंग मैटेरियल, स्माल ट्रैक मशीन, टर्नआउट और ए. इ. जे. के लिए रिकंडीगनंग वकर्शॉप का कार्य , पीरियोडिक मेडिकल परीक्षा / सेफ्टी कैटेगरी स्टाफ का रिफ्रेशर (उन स्टाफ़ो का विवरण जिनका मेडिकल / रिफ्रेशर ओवरड्यू ) स्टेशन के बीच रेल्वे भूमि का अतिक्रमण , वे मद जिनमे यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया, पिछले मदो को संदर्भ मानते हुए और हो रिक्वीजीशन संख्या लिखी होनी चाहिए।
शु .प.क्र . 106 के अनुसार भारतीय रेल रेलपथ नियमावली में स्थित पैरा (124(2)(र)) को निम्न प्रकार से सुधारा जाना चाहिए :-
पैरा (124(2)) लैवल क्रॉसिंग नर
रेलपथ कि स्थिति का अध-वार्षिक विवरण भेजना :- (शुध्दि पत्र . 99)
रेलपथ निरीक्षक निर्दिष्ट प्रोफामो में अर्ध्द वार्षिक रिपोर्ट म. ई. के सहायता से मंडल इंजि . को भेजेगा जिसमे निम्नलिखित विवरण होगा :-
रेलपथ (रेल, स्लीपर, फिटिंग और फासनिग, गिट्टी , फॉमेंशन और ड्रेनज , पाईट और क्रासिंग जिन्हें अटेंड करने की आवश्यकता है उनका विवरण) , पुल और उनके एप्रो(उन पुल का विवरण जिनमें क्रीप समस्या है) स्लपर और फिटिंग्स की स्थिति , समपार (समपार फाटक में रोड समतल का विवरण तथा पहुंच मार्ग के ढ़लान में सुधार की आवश्यकता हो तथा ओवर हॉलंग क आवश्यकता ) फसंग तथा सीफाबोडर, इम्प्रेटकेश पूर्ण है या नही , सप्लाई हो रह है या नही, मैन पावर पयार्प्त है या नही विशेष फीचर जैसे इन्फ्रास्ट(ट्रैफिक की ब्लॉक उपलब्धता , सामग्री गाडी , बी. टी . का संचालन) , अनुरक्षण एवं नवीनीकरण कायार् केलए मशीने (उनके कार्य और शिड्यूल के दोष और कठीनाईयाँ यदि हो तो) खतरे वाले स्थान , दुघर्टना राहत गाडीयों में इंजीनयरिंग दुघर्टना राहत गाडीयो में इंजीनयरिंग मैटेरियल, स्माल ट्रैक मशीन, टर्नआउट और ए. इ. जे. के लिए रिकंडीगनंग वकर्शॉप का कार्य , पीरियोडिक मेडिकल परीक्षा / सेफ्टी कैटेगरी स्टाफ का रिफ्रेशर (उन स्टाफ़ो का विवरण जिनका मेडिकल / रिफ्रेशर ओवरड्यू ) स्टेशन के बीच रेल्वे भूमि का अतिक्रमण , वे मद जिनमे यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया, पिछले मदो को संदर्भ मानते हुए और हो रिक्वीजीशन संख्या लिखी होनी चाहिए।
शु .प.क्र . 106 के अनुसार भारतीय रेल रेलपथ नियमावली में स्थित पैरा (124(2)(र)) को निम्न प्रकार से सुधारा जाना चाहिए :-
पैरा (124(2)) लैवल क्रॉसिंग नर
(1) उसे सुनिश्चत करना चाहिए कि सभी लैवल क्रॉसिंग शिड्यूल के अनुसार खोले जाते है
ताकि रेलो , स्लीपरों और फास्टनिंग्स का परीक्षण किया जा सकेऔर दोषको दूर क
जा सके ।
सहा. मंडल अभियंता के कार्य (शुध्द पत्र . 101 के अनुसार)
ट्रॉली द्वारा निरीक्षण- सम्पूर्ण सब डिवीजन का ट्रॉली द्वारा निरीक्षण माह में एक बार किया जाना चाहिए। जहाँ तक संभव हो निरीक्षण के लिए पुश ट्रॉली का प्रयोग करन चाहिए । उन खंडो मे जहाँ बहुत सारी लाईने आपस में समानांतर और एक दूसरे के नजदीक स्थित है , ट्रॉली -निरीक्षण कसी भी एक लाईन परकया जा सकताहै। ट्रॉली द्वारा गहन निरीक्षण होना चाहए जिसमे गैंग की उपिस्थति चेक कर , गैंग का कार्य तथा सामान और गैंग चार्ट डायरी का परीक्षण रेलपथ अनुरक्षण के दिए गए शेड्यूल के अनु सार होना चाहिए ।अपनेनिरीक्षण के दौरान उन्हे हर रेलपथ निरीक्षण के कार्यक्षेत्र कायर्रत एक या दो गग का का चेक करना चाहिए और अपने निरीक्षण के परिणाम को रिकॉडर् करना चाहिए
सहा. मंडल अभियंता के कार्य (शुध्द पत्र . 101 के अनुसार)
ट्रॉली द्वारा निरीक्षण- सम्पूर्ण सब डिवीजन का ट्रॉली द्वारा निरीक्षण माह में एक बार किया जाना चाहिए। जहाँ तक संभव हो निरीक्षण के लिए पुश ट्रॉली का प्रयोग करन चाहिए । उन खंडो मे जहाँ बहुत सारी लाईने आपस में समानांतर और एक दूसरे के नजदीक स्थित है , ट्रॉली -निरीक्षण कसी भी एक लाईन परकया जा सकताहै। ट्रॉली द्वारा गहन निरीक्षण होना चाहए जिसमे गैंग की उपिस्थति चेक कर , गैंग का कार्य तथा सामान और गैंग चार्ट डायरी का परीक्षण रेलपथ अनुरक्षण के दिए गए शेड्यूल के अनु सार होना चाहिए ।अपनेनिरीक्षण के दौरान उन्हे हर रेलपथ निरीक्षण के कार्यक्षेत्र कायर्रत एक या दो गग का का चेक करना चाहिए और अपने निरीक्षण के परिणाम को रिकॉडर् करना चाहिए
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