टैकसर्किटेड क्षेत्र में कार्य करते समय सावधानियाँ -
* कार्य करने से पहले व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण जैसे हेलमेट, सुरक्षा जूते, और वर्दी पहनना सुनिश्चित करें।
* रेल के बॉटम से गिट्टी 50 मिमी नीचे होनी चाहिये। यदि कोई साईड ड्रेन, क्रास ट्रेन तथा सीधी ड्रेन हो तो उसमे पानी बाहर निकालने के लिये उचित ढलान होना चाहिये।
* इंसुलेटेड जोडो के पास धातु के स्लीपर नही प्रयोग करना चाहिये।
* इंसुलेटेड जोडो में रेल के सिरो पर बर को हटा देना चाहिये।
* जोडो पर औजारो और उपकरणो को नही रखना चाहिये। अन्यथा सर्किट शॉर्ट हो सकता है।
* इंसुलेटेड जोड के नीचे पैकिंग ठीक होनी चाहिये।
* रेलो को काटने का कार्य सिगनल विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति में करना चाहिये।
* स्टील टेप का प्रयोग नहीं करना चाहिये।
* गेज कम लेवल उपकरण विद्युतरोधी होना चाहिये।
* पुश ट्रॉली विद्युतरोधी होनी चाहिये।
* स्टेशन मास्टर की पूर्व अनुमति के बिना ट्रैक सर्किट एरिया में डिपलारी नही रखना चाहिये।
* सामान्य इंसुलेटेड जोडो के स्थान पर ग्लूडज्वाइंट का प्रयोग करना चाहिये।
* इंसुलेटेड ज्वाइंट में जे-क्लिप का प्रयोग करना चाहिये।
* यदि वायर को अनुरक्षण कार्य के दौरान हटाया गया तो कार्य समाप्ति के बाद वापस
पहले के स्थान पर लगा देना चाहिये।
* रेलो को खींचने का कार्य सिगनल विभाग के कर्मचारियो की उपस्थिति में करना चाहिये।
* ट्रैकसर्किट एरिया में क्रास पाईप, जीआई पाईप, केबल को रेल पटरी के पर्याप्त नीचे होना
चाहिये।
* ट्रैकसर्किट सेक्शन में गिट्टी साफ सुथरी होना चाहिये।
* रेलपथ स्टाफ को शॉर्ट सर्किट के बारे में जानकारी होना चाहिये। इसके कारण तथा बचाव को जानना चाहिये।
* यदि कोई एशपिट, वाटर कालम हो तो उन्हे उचित रुप से अनुरक्षित किया जाना चाहिये।
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